औषधीय पौधा के फायदे – मेहंदी वनस्पति नाम - Lawsonia inermis


औषधीय पौधा मेहंदी
 वनस्पति नाम - Lawsonia inermis



मेहंदी को हिना के नाम से भी जानते हैं | मेहंदी के पत्तो में औषधीय गुण पाया जाता है | मेहंदी का रस और तिल का तेल समान मात्रा में लेकर खौलाने के बाद जब केवल तेल बच जाए तब इसे छानकर इस तेल से मालिश करने से गठिया रोग में काफी लाभ होता है | मेहंदी के पत्तो को पीसकर इसे मस्तक पर लगाने से सर दर्द और माइग्रेन में काफी लाभ होता है |
मेहंदी के पत्तों के रस में मधु मिलाकर सुबह शाम 40 दिनों तक पीने से कुष्ठ रोग,चर्म रोग एवम् एक्जिमा जैसे रोग दूर हो जाते है |
मेहंदी के पत्तो का काढ़ा बनाकर इससे कुल्ला करने से दांत और मसूड़ों के रोग दूर होते है,साथ ही मुंह के छाले में भी आराम मिलता है |


                  मेहंदी के पत्तो का काढ़ा बनाकर लगातार पांच दिन पिलाने से पथरी में लाभ होता है,पथरी बाहर निकल जाती है तथा गुर्दा स्वस्थ होता है | हाथ और पैर की उंगलियों के फटने पर भी मेहंदी लगाना लाभकारी होता है,किसी प्रकार के घाव पर भी मेहंदी के पत्तो का लेप राहत देता है | मेहंदी बालों को भी स्वस्थ और सुंदर बनाता है, इसके लिए 50 ग्राम मेहंदी, आधा चमच कॉफी,25 ग्राम आवला,दूध में भिगोकर बालों में लगाकर एक घंटे बाद पानी से सर को धो लें,यह प्रयोग सप्ताह में दो बार किया जाय तो सभी सफेद बाल सुनहरे हो जाते है |

               मिरगी रोग में भी मेहंदी कारगर इलाज है,इसके लिए दो कप दूध में चौथाई कप मेहंदी के पत्तो का रस मिलाकर देने से रोगी को लाभ होता है,यह प्रयोग प्रतिदिन प्रातः खाना खाने से दो घंटे बाद कुछ सप्ताह तक किया जा सकता है | मेहंदी अगर पैरो के तलवे पर लगाया जाय तो थकान कम होता है,साथ साथ शीतलता का भी एहसास होता है | उच्च रक्तचाप से प्रभावित लोगों को पैरो के तलवों और हथेलियों पर मेहंदी का लेप लगाना चाहिए,इस प्रयोग से रोगी को काफी आराम मिलता है |

                 मेहंदी रक्त शोधक का भी काम करता है,इसके लिए रात के समय मेहंदी को स्वच्छ पानी में भिगोकर सुबह के समय छानकर उस पानी को पीने से काफी फायदा होता है,खासकर एलर्जी वाले रोगियों के लिए यह बड़ी ही गुणकारी चिकित्सा है |
बाज़ार में उपलब्ध मेहंदी का प्रयोग नहीं करना चाहिए,क्योंकि इसमें खतरनाक रसायन मिले होते है,जो त्वचा पर कई प्रकार के रोग दे सकते है |

इस प्रकार मेहंदी एक औषधीय पौधा है,आप इसके पौधे को अवश्य लगाए,यह आपके घर के आस पास के वातावरण को भी सुगंधित रखेगा,साथ साथ आप आवश्यकतानुसार इसका औषधीय लाभ भी के सकते है |


लेखक - Rajan Balan, project director, ATMA,Supaul